भारत के प्रधान मंत्री ने बर्लिन में संपन्न हुए G7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। G7 बवेरियन आल्प्स ज़र्मनी में आयोजित किया गया था।
- G7 एक अंतर सरकारी संगठन (Intergovernmental Organization) है, इसका गठन सन् 1975 में ओपेक देशों (OPEC countries) द्वारा किया गया था, इसका गठन तेल की कीमतों में वृद्धि के बाद किया गया था।
- वैश्विक आर्थिक शासन (Global Economic Governance), अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा (International Security) और ऊर्जा नीति (Energy Policy) जैसे सामान्य हित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए ब्लॉक की सालाना बैठक होती है।
- G7 देशों में यूके, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल है।
बैठक में अतिथि (Guests in the meeting):
- भारत, इंडोनेशिया, सेनेगल, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन।
परिणाम/नतीज़ा (Outcome)
- G7 ने 2021 के विशेष आहरण अधिकार आवंटन (2021 Special Drawing Rights allocation) पर निर्माण करते हुए सबसे कमज़ोर देशों के लिए 100 बिलियन अमरीकी डालर के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
- ये ऊर्जा आपूर्ति को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करेंगे और असाधारण मार्केट स्थितियों से प्रेरित मूल्य वृद्धि को कम करेंगे, जिसमें प्राइस कैप जैसे अतिरिक्त उपायों की खोज करना शामिल है।
- वे हमारे जलवायु और पर्यावरणीय लक्ष्यों से समझौता किए बिना, रूसी ऊर्जा पर हमारी निर्भरता को समाप्त करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।
- वे एक खुले और सहयोगी अंतरराष्ट्रीय जलवायु क्लब (Climate Club) के लक्ष्यों का समर्थन करते हैं और साल 2022 के अंत तक इसे स्थापित करने की दिशा में भागीदारों के साथ काम करेंगे। पेरिस समझौते के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए G7, साल 2030 तक अत्यधिक कार्बन रहित सड़क क्षेत्र, साल 2035 तक पूरी तरह या मुख्य रूप से कार्बन रहित बिजली क्षेत्र, और कोयला से तैयार किये जाने वाली बिजली के चरण से बहार आने में तेजी लाने के लक्ष्य की दिशा में ठोस और समयबद्ध कदमों को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- G 7 का लक्ष्य वैश्विक बुनियादी ढांचे और निवेश के लिए साझेदारी के माध्यम से वैश्विक निवेश अंतर को कम करने के लिए अगले पांच वर्षों में 600 बिलियन अमरीकी डालर जुटाना है। वे इंडोनेशिया, भारत, सेनेगल और वियतनाम के साथ नई जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप (Just Energy Transition Partnerships) की दिशा में काम करके, दक्षिण अफ्रीका के साथ हमारी मौजूदा साझेदारी पर काम करके विश्व स्तर पर हमारे सहयोग को बढ़ाएंगे।
भारत की तरफ़ से दिया गया इनपुट (India inputs):
- G7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘बेहतर भविष्य में निवेश: जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य (Investing in a Better Future: Climate, Energy, Health)’ पर टिप्पणी की, उन्होंने भारत के ट्रैक रिकॉर्ड पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत ने नौ साल पहले गैर-जीवाश्म स्रोतों से 40 प्रतिशत ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल-ब्लेंडिंग (Ethanol-blending) का लक्ष्य समय से 5 महीने पहले हासिल कर लिया गया है। भारत में दुनिया का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित हवाई अड्डा है। भारत की विशाल रेल प्रणाली इस दशक में नेट जीरो हो जाएगी।
कमेंट सेक्शन में निम्नलिखित अपेक्षित प्रश्नों के उत्तर दें:
1. क्या भारत G7 शिखर सम्मेलन का हिस्सा है?
2. G7 शिखर सम्मेलन में अतिथि देश कौन थे?
3. G7 शिखर सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया था?
4. वैश्विक बुनियादी ढांचे और निवेश के लिए साझेदारी किस शिखर सम्मेलन में शुरू की गई थी?
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